India is not a good country for doing a Business. बिज़नेस करने के लिए भारत इतना अच्छा देश नहीं हैं। यदि आप इंडिया में अपना खुद का एक बड़ा बिजनेस या स्टार्टअप शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आप इस वीडियो को ध्यान से देखिये और एक और बार अच्छे से सोचिये।
वर्ल्ड बैंक के 2019 के रिपोर्ट के हिसाब से “Ease Of Doing Business” में भारत का Ranking 63rd पोजीशन पर है Out of 190 Countries. इदर भारत Top 50 में भी नहीं आता है। अगर भारत को वर्ल्ड लीडर बनना है तो भारत को एटलीस्ट Top 10 में तो आना ही पड़ेगा। अब Top 1 पर New Zealand है और Top 2 पर Singapore है, और USA Top 6 पर है। वर्ल्ड बैंक इस “Ease Of Doing Business” Rankings को 10 Parameters पर Calculate करता है। जैसे की
1) Starting a Business
2) Dealing With Construction Permits
3) Getting Electricity
4) Registering Property
5) Getting Credit (Funds / Loans)
6) Protecting Minority Investors
7) Paying Taxes
8) Trading Across Borders
9) Enforcing Contracts, and
10) Resolving Insolvency
इन 10 Parameters पर वर्ल्ड बैंक “Ease Of Doing Business” Rankings को Calculate करता है। भारत में तो डर्टी पॉलिटिक्स है। इदर घुस दिए बिना कोई भी काम आसानी से नहीं होता। बिज़नेस लाइसेंस लेने के लिए भी घुस देना पड़ेगा। कंस्ट्रक्शन या किसी और परमिशन के लिए भी घुस देना पड़ेगा। बिजली विभाग को घुस देना पड़ेगा। लैंड परचेस और रजिस्ट्रेशन के लिए भी घुस देना पड़ेगा। बिज़नेस लोन और फंड्स के लिए बैंक मैनेजर और मंत्रियों को घुस देना पड़ेगा। जितने भी स्टार्टअप प्रोग्राम्स है वे सब बोगस स्कीम्स है। उसमें आपको बिज़नेस लोन या फंड्स चाहिए तो आपके पास स्ट्रांग पॉलिटिकल लिंक होना चाहिए। तभी आपको बैंक से पैसा मिलेगा। नहीं तो आपको कुछ नहीं मिलेगा। इसके लिए मैं ही एक सबसे बड़ा प्रूफ हूँ। आप इस प्रूफ को मेरे पर्सनल चैनल (YouTube / Satishkumar Patil) पर देख सकते है। भारत का टैक्स सिस्टम तो किसी लूट से कम नहीं है। कस्टमर्स से 18% GST वसूली करने के साथ साथ 32% Corporate Tax को देना पड़ेगा। इसके बाद बिज़नेस ओनर को 30% पर्सनल टैक्स को भरना पड़ेगा। इतना टैक्स देने के बावजूद भी आपको कुछ नहीं मिलेगा। बदले में आपको हमेशा ITऔर ED का डर दिखाया जायेगा।
Trading Across Borders को छोड़िये भारत के बॉर्डर के अंदर भी ट्रेड करना इतना आसान नहीं है। एक स्टेट के वेहिकल को दूसरे स्टेट के पुलिस रोकते है और सब कुछ लीगल होने के बावजूद भी दिन दहाड़े हफ्ता वसूली करते है। इसमें कर्नाटक पुलिस नंबर 1 है और कर्नाटक स्टेट करप्शन में नंबर 1 है। हर राज्य में गुंडे लोग एक एक संघटन को खोलके बैठे है। पहले वे लोग आके आपसे हफ्ता मांगते है। यदि आप नहीं देते हैं तो भाषा विरोधी कहके आपके ऑफिस पर अटैक करते हैं। इसमें कोई भी किसी भी भाषा का या राज्य का सच्चा प्रेमी नहीं है। सब गुंडे और चोर ही है। दूसरे देश छोड़िये दूसरे राज्य में जाके बिज़नेस करना भी इतना सेफ नहीं है। इस तरह बिज़नेस स्टार्ट करने से लेकर टैक्स भरने तक भी आपको हर कदम कदम पर परेशानियों को झेलना पड़ेगा।
बिज़नेस सेक्टर की इस बुरी हाल के लिए दो कारण है। पहला डर्टी पॉलिटिक्स और दूसरा लोगों की Mindset. भारत में मैक्सिमम लोग सिर्फ प्राइस को देखते है, न की वैल्यू को और क्वालिटी को। भारत के लोगों को रियल वैल्यू क्या होती है और गुड क्वालिटी क्या होती है इससे उनको कुछ लेना देना नहीं है। उनको हर चीज सस्ते में चाहिए या तो पुकट चाहिए। यदि आप High Price में अच्छे प्रोडक्ट्स को तैयार करते है तो ज्यादातर लोग उन्हें खरीदते नहीं और अगर आप प्राइस को कम करते हैं तो आप Survive नहीं कर सकते। इसलिए आपको Corrupt बनना ही पड़ेगा। मिलावट करना ही पड़ेगा। इससे भी काम नहीं चलता है तो टैक्स चोरी तो करना ही होगा। इसलिए बिज़नेस करने के लिए भारत इतना अच्छा देश नहीं हैं। भारत में बहुत सारे चीजों को बेहतर करने की जरुरत है। इसी एक कारण से भारत के सारे बड़े बड़े कंपनियां अपने बिज़नेस को सिंगापुर में रजिस्टर करती हैं। हो सकता है तो आप भी ऐसे ही करें। आप देश से प्यार करते हैं तो भी देश का सर्कार कभी आपसे प्यार नहीं करेगी। इस पर आपका क्या राय है इसे कमेंट करें और Roaring Business School यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। धन्यवाद।