नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ सतीशकुमार & Welcome back to the Roaring Business School. आज के बिज़नेस लेसन में मैं आपको बारगेन करना सिखाने वाला हुं। यानी Negotiation Skills के बारे में बतानेवाला हूँ। आज के ज़माने में बारगेन करना बहुत जरुरी है। क्योंकि रिच पार्टी दिखते ही दुकानदार लूटने की कोशिश करते हैं। कस्टमर्स जरूर डिस्काउंट मांगते हैं, ऐसा सोचकर सारे दुकानदार डबल दाम बताते हैं। जितना हो सकता है उतना ज्यादा कीमत पर अपने प्रोडक्ट्स को बेचने की कोशिश करते हैं। जैसे कम दाम में खरीदना कस्टमर्स का टारगेट होता हैं न वैसे ही ज्यादा दाम को बेचना दुकानदार का टारगेट होता है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यही धंधा है। इसलिए बारगेन करना बहुत जरुरी है। यदि आप बारगेन नहीं करते हैं तो आपका ही पैसा ज्यादा जाता है और आपको ही लॉस होता है। इसलिए बारगेन करना सीखिए। बारगेन करने के लिए बेस्ट टिप्स ऐसे हैं।
Tip – 01: Don’t Do Bargain Unnecessarily
बेवजह बारगेन मत कीजिए। मार्केट को जाने से पहले अच्छे से रिसर्च करके जाईये। आपको जो प्रोडक्ट चाहिए उसका प्राइस कितना है? इसे चेक करें। इंटरनेट में देखिये पता चलता है। प्रोडक्ट के बारे में और उसके प्राइस के बारे में डिटेल में जानिए। फिर मार्केट को जाईये। यदि आपको प्रोडक्ट के बारे में कुछ भी पता नहीं है तो फालतू में बकबक मत कीजिये। Logicless बातें मत करें। यदि आपको लग रहा है कि दुकानदार ओवरचार्ज कर रहा है, तभी बारगेन कीजिए, तभी डिस्काउंट मांगिये। नहीं तो मत मांगिये। क्यूंकि दुकानदार का भी घर होता है। उसको भी बीवी बच्चे होते हैं। उसका भी घर चलना चाहिए। इसलिए बेवजह बारगेन मत कीजिए। यदि दुकानदार ओवरचार्ज कर रहा है तो छोड़िये मत। अब बारगेन कीजिए। यह हर एक कस्टमर का हक़ है। क्यों ज्यादा प्राइस पर बेच रहे हो? इसके लिए जस्टिफिकेशन पूछिए। फिर एक रेसनेबल दाम पर खरीदिये। बहुत निचे मत उतरिये। राइट प्राइस को राइट प्रोडक्ट खरीदिये।
Tip – 02: Always Bargain Silently
हमेशा चुपचाप बारगेन करें। चिल्ला चिल्लाकर डिस्काउंट मत मांगिये। ग्रुप में डिस्काउंट मत मांगिये। हमेशा चुपचाप तरीके से डिस्काउंट मांगिये। पर्सनली डिस्काउंट मांगिये। अगर आप दूसरे कस्टमर्स के सामने चिल्ला चिल्लाकर डिस्काउंट मांगेंगे तो दुकानदार किसी भी हालत में डिस्काउंट नहीं देगा। क्योंकि आपके साथ सबको डिस्काउंट देना पड़ेगा। इससे दुकानदार को बहुत बड़ा घाटा होगा। इसलिए वो सबके सामने दाम कम नहीं करेगा। इसलिए यदि आपको डिस्काउंट चाहिए तो चुपचाप बारगेन कीजिये। हमेशा धीरे से पर्सनली डिस्काउंट मांगिये। तब आपको इजिली डिस्काउंट मिलेगा। इसलिए हमेशा चुपचाप बारगेन करें। आर्डर मत कीजिए, रिक्वेस्ट कीजिए। फाइट मत कीजिए फ्रेंडली पूछिए। क्यों आपको डिस्काउंट देना चाहिए? क्यों रेट कम करना चाहिए? इसके लिए प्रॉपर रीज़न दीजिये।
Tip – 03: Pretend that You Have Interest in the Product but It is Overpriced
ऐसे प्रिटेंड करें कि आपको प्रोडक्ट खरीदने में इंटरेस्ट है, लेकिन इसका रेट बहुत ज्यादा है। ऐसा दिखावा करें कि आपका बजट टाइट है। इतना करके थोड़ी देर के लिए चुप हो जाइये। इस सिचुएशन में आपकी चुप्पी बहुत अहम भूमिका निभाती है। कस्टमर हाथ से छूट जाता है, इस डर में दुकानदार आपको जरूर डिस्काउंट देता है। अगर नहीं देता है तो आप उसे बोलिये कि आप उनके रेगुलर कस्टमर हो, उनके दुकान को बारबार आते हो, और आगे भी आवोगे, प्रोडक्ट ख़राब होता है तो सर्विस के लिए आप यहीं पर आवोगे etc। दुकानदार को भरोसा दिलाए कि आप उनके लॉयल कस्टमर बन सकते हैं। फिर दुकानदार आपको डिस्काउंट देता ही है। अगर वह अभी भी आपको डिस्काउंट नहीं देता है तो उस दुकान से मत खरीदिये। वह फ्री में दिया तो भी उससे मत लीजिए। नेक्स्ट शॉप को जाईये। क्यूंकि ऐसे घमंडी शेठ के दुकान से खरीदने में कोई मतलब नहीं है। उनको बिज़नेस एथिक्स नहीं होते हैं। उनको कस्टमर के ऊपर कोई प्यार या चिंता नहीं रहती है। ऐसे दुकान को फिर से जाना सही नहीं है। उसका एक ही दुकान नहीं होता, हजारों दुकान होते हैं। जिदर आपको इज्जत के साथ राइट प्राइस में प्रोडक्ट मिलता है सिर्फ उदर खरीदिये।
Tip – 04: Don’t be Shy to Bargain
बारगेन करने में शर्माइये मत। डिस्काउंट मांगने के लिए डरो मत। बारगेन करने में और डिस्काउंट मांगने में कुछ भी गलत नहीं है। यह हर एक कस्टमर का राइट है। आप दुकानदार को पैसा दे रहे हैं तो आपको सही दाम पर सही प्रोडक्ट मिलना चाहिए। प्रोडक्ट का वैल्यू कितना है उतना ही पैसा देना चाहिए। अपनी मेहनत की कमाई को पुकट में किसी और को क्यों देनी चाहिए? इसलिए बारगेन करने में शर्माइये मत। डिस्काउंट मांगने के लिए डरो मत। मार्केट में बहुत सारे ऑप्शंस अवेलेबल है। आप राइट प्राइस को राइट प्रोडक्ट्स को खरीदिये। ओपन मैंडेडली डिस्कशन कीजिये। हँसते हँसते बात कीजिये। नो कहने की हिम्मत रखें। Dare to go away.
Tip – 05: Don’t Show your Urgency
दुकानदार को अपनी अर्जेन्सी को मत दिखाईये। ऐसा बर्ताव करें कि आपको खरीदने की कोई जल्दबाजी नहीं है। अगर आप दुकानदार को अपनी तुरंत जरुरत के बारे में पता चलने देते हैं तो वो रेट बढ़ाता है। क्यूंकि उसको पता हुआ होता है कि कस्टमर को जरुरत है तो वो अभी खरीदेगा, किसी भी हाल में खरीदेगा। इसलिए वो आपकी जरुरत का गलत फायदा उठाने की कोशिश करता है। रेट बढ़ाता है। इसलिए ऐसा बिल्डप दीजिये कि आपके पास बहुत सारे ऑप्शंस हैं। So don’t show your urgency.
उदाहरण के लिए; यदि आप घर खरीदने के लिए गए हो तो ओवर इंटरेस्ट मत दिखाईये। अगर घर पसंद आता है तो भी इसे खुलकर एक्सप्रेस मत कीजिये। ज्यादा इंटरेस्ट मत दिखाईये। चहरे पर ऐसा एक्सप्रेशन रखें कि आपको घर पसंद नहीं आया है। उसमें जो कमी है उसका डिमांड उठाईये। दो कार के लिए पार्किंग चाहिए था, किचन उस दिशा में होता तो बढ़िया होता था, ऐसे। कोई दो तीन कमियों को उठाईये। और आपके पास बहुत सारे ऑप्शंस होने की दावा करें। आपको घर पसंद आया है, आपको तुरंत घर चाहिए ही चाहिए, बहुत अर्जेन्सी है, इसे शो मत कीजिए। क्याजुवली बात कीजिए। तब आपको राइट प्राइस को घर मिलता है। नहीं तो रियल एस्टेट एजेंट आपको लूटता है।
Tip – 06: Start Bargaining with 50% to 60% Discount
50% to 60% डिस्काउंट के साथ बारगेन करना शुरू करें। उदाहरण के लिए; अगर दुकानदार किसी प्रोडक्ट का प्राइस 1000 रुपये बताता है तो, यदि आपको उस प्रोडक्ट का एक्साक्ट प्राइस के बारे में कुछ भी डिटेल्स पता नहीं है तो आप 50% to 60% डिस्काउंट के साथ बारगेन करना शुरू करें। यानी आप 400 रुपये से बारगेन करना शुरू करें। यदि आपको उस प्रोडक्ट का एक्साक्ट प्राइस पता है तो आप पहले प्राइस ऑफर मत कीजिए। सिर्फ डिस्काउंट मांगिये। दुकानदार थोड़ा प्राइस कम करता है। तब आप एक्साक्ट प्राइस ऑफर करें, वो डिस्काउंट देता है। आप अपने प्रोडक्ट लेके घर आईये। सही डिटेल्स के साथ बारगेन करें। मार्केट में जाने से पहले थोड़ा रिसर्च करें। जल्दी से शॉपिंग करें और घर आ जाएं। घंटों तक बारगेन करते मत बैठिये।
Tip – 07: Agree with the Problems of the Shopkeeper
जैसे कस्टमर होके आप चालाकी दिखाते हो न वैसे दुकानदार भी चालाकी दिखाता है। जब आप डिस्काउंट मांगते होना तब वह आपको हजारों प्रॉब्लम्स बताता है। जैसे कि – रॉ मैटेरियल्स की कॉस्ट बढ़ी है, वर्कर्स की सैलरी बढ़ी है, GST लगता है, सबका रेट बढ़ चूका है Etc. आपको उसके हर एक प्रॉब्लम को हाँ बोलना है। उसके प्रॉब्लम्स को सुनकर Sad फील करना है, Agree करना है, Arguement बिलकुल भी नहीं करना है। वह जितना भी बकवास करने दे आपको बहस बिलकुल भी नहीं करना है। सब कुछ सुनने के बाद उसको “आप जो भी कह रहे हैं न वह सब ठीक है, लेकिन मेरा बजट इतना ही है। आप इतने में दे सकते हैं तो दीजिए, नहीं तो छोड़ दीजिये” ऐसा कहिये। आप अपने बजट के साथ स्टिक ऑन रहिये। तब दुकानदार आपको डिस्काउंट देता ही है।
मुझे पता है इतने सारे टिप्स देने के बावजूद भी कुछ लोगों को बारगेन करना नहीं आता। Especially लड़कों को बारगेन करना नहीं आता है। लड़कियां बारगेन करने में एक्सपर्ट होती हैं। 500 की चीज को 50 रुपये में मांगने की हिम्मत सिर्फ लड़कियों में होती है। लड़कियां एक स्माइल फेक के “भैय्या डिस्काउंट दोना” बोल दी तो बात ख़तम। दुकानदार चुपचाप डिस्काउंट देता है। लेकिन लड़के जितना भी सर्कस किया तो भी कुछ नहीं मिलता। जिन लड़कों को बारगेन करना नहीं आता हैं न उनके लिए एक स्पेशल टिप ऐसा है।
Tip – 08: Ask and Go Away
आप दुकान को जाईये और आपको जो प्रोडक्ट चाहिए उसे देखिये और उसका प्राइस पूछिए। जब दुकानदार प्राइस बताता है न तब आप उस प्रोडक्ट को चुपचाप हाथ से निचे रखिये और दो कदम आगे चलिए। तब दुकानदार आपको रोकता है और क्या हुआ पूछता है। तब आप “रेट ज्यादा लगा रहे हो” ऐसे बोलिये। तब दुकानदार आपको थोड़ा डिस्काउंट देता है। उतने में प्रोडक्ट लेके घर आईये। यदि आपसे यह भी नहीं होता है तो जिदर फिक्स्ड प्राइस रहता है आप उदर से ही खरीदिये। कस्टमर्स डिस्काउंट मांगते ही है, इसलिए दुकानदार 100 से 500 रुपये तक ज्यादा रेट बताते है।
इन टिप्स को फॉलो करके अच्छे से बारगेन कीजिये। बारगेन करना एक स्किल है। इसे प्रैक्टिस करें। आप बारगेन करने के लिए कौन कौन से टेकनीक्स का इस्तेमाल करते हो इसे कमेंट करें। धन्यवाद।